X RAY ARTIFACTS
X RAY ARTIFACTS
रेडियोग्राफ पर उपस्थित वो structure या appearance जो रेडियोग्राफ़ीक इमेज का भाग नहीं होती है तथा किसी कृत्रिम प्रभाव से उत्पन्न होता है artifacts कहलाते है |
Elongation -इसमें बॉडी पार्ट की इमेज में लम्बाई बढ़ जाती है |
Foreshortening - इसमें बॉडी पार्ट की लम्बाई कम दिखाई देती है l
एक्सरे फिल्म का सही तरीके से रख रखाब नहीं किया जाये तो तो उन पर अंगुलियों के निशान बन जाते है | अगर एक्सरे फिल्म पर डेवलपर से भीगी अंगुलियों से टच करे तो dark figer marks बन जाते है | अगर अंगुलियों पर फ़िक्सर लगा होता है तो फिल्म पर clear finger marks बन जाते है | फिल्म पर fluoride के stannous तथा गंदगी (dirt) के चिकनाई (grease) युक्त निशान बन जाते है |
एक्सरे एक्सपोज़र के दौरान यदि पेशेंट या एक्सरे ट्यूब हिल जाये तो एक्सरे फिल्म पर motion artifacts उत्पन्न हो जाते है तथा एक्सरे फिल्म पर उपस्थित इमेज धुंधली (blured) दिखाई देती है |
अगर एक्सपोज़र फैक्टर कम हो या एक्सरे फिल्म से फोकस डिस्टेंस बढ़ जाये तो तो फिल्म लाइट या under exposure कहलाती है तथा अगर एक्सपोज़र फैक्टर सामान्य से ज्यादा हो या एक्सरे फिल्म की फोकल स्पॉट से दुरी कम हो जाये तो एक्सरे फिल्म black या over exposure कहलाती है |
Completely clear film
यह निम्न कारणों से हो सकती है -
रेडिएशन बीम एक्सरे फिल्म को पूरी तरह से कवर न करे तो उसे cone cutting artifacts कहते है | यह एक्सरे बीम तथा फिल्म के improper alignment के कारण होता है |
यह कैसेट के उल्टा लग जाने से होता है अथार्थ कैसेट को ट्यूब साइड निचे तथा बैक साइड ट्यूब की तरफ होता है |
इस तरह के आर्टिफैक्ट्स में एक ही एक्सरे फिल्म दो बार रेडिशन से एक्सपोज्ड हो जाती है |
अगर एक्सरे फिल्म को बलपूर्वक उसके wrapper paper से निकाला जाये तो ये आर्टिफैक्ट्स बनते है | इसमें ट्री जैसी स्ट्रक्चर बन जाती है |
जब अलग अलग प्रोसेसिंग सोल्युशन जैसे डेवलपर, फ़िक्सर या वाटर के तापमान में बहुत ज्यादा अंतर हो तो इमल्शन समय के साथ साथ सिकुड़ जाता है इसे reticulation कहते है | Reticulation के लिए इन प्रोसेसिग्न सोल्युशन में 15°C से ज्यादा का अंतर होना चाहिए |
प्रोसेसिंग के दौरान इमल्शन soft होता है | इस समय लापरवाही से हैंडल करने से इस पर नाख़ून या अन्य किसी धार वाले ऑब्जेक्ट से Scratch mark बन जाते है |
यदि एक्सरे फिल्म को फ़िक्सर सोल्युशन में पर्याप्त समय के लिए नहीं डाला जाये या सही तरीके से साफ पानी से साफ की जाये तो समंय के साथ एक्सरे फिल्म पर ब्राउन स्टैन बन जाते है |
आटोमेटिक प्रोसेसिंग में भी अगर फ़िक्सर पूरी तरह से काम आ चूका (exhausted fixer solution) हो तो फिल्म पर ब्राउन स्टैन बन जाते है | शुरुवात में रेडिओग्राफ एकदम नार्मल दिखाई देता है |
Ear rings, nose rings, (metal) dentures, eye glasses आदि एक्सरे फिल्म पर आर्टिफैक्ट्स उत्पन्न करते है अतः रेडियोग्राफी से पहले इन्हे निकलवा लेना चाहिए |
An artifact is a structure or an appearance that is not normally present on the radiograph and is produced by artificial means.Radiographic Errors, Technical तथा processing errors होते है | Technical errors रेडिओग्राफ को उत्पन्न करने की तकनीक में एरर के कारण होते है | प्रोसेसिंग एरर एक्सरे फिल्म की प्रोसेसिंग से सम्बंधित होते है |किसी फिल्म पर आर्टिफैक्ट्स उत्पन्न होने के निम्न कारण हो सकते है-
- Improper handling of x ray film packet.
- Film processing के दौरान accidental incidents.
- Manufacturing defects in x ray film or packets.
- Movement of xray tube, film or patient may produce film artifacts.
Radiographic Errors and artifacts on the x ray film
Distorted images
यह एक्सरे ट्यूब, ऑब्जेक्ट या फिल्म के improper alignment के कारण उत्पन्न होता है | इसमें body anatomy के अलग अलग भाग में असमान आवर्धन (magnification) उत्पन्न हो जाता है | यह वर्टीकल या हॉरिजॉन्टल दो प्रकार का होता है |Elongation -इसमें बॉडी पार्ट की इमेज में लम्बाई बढ़ जाती है |
Foreshortening - इसमें बॉडी पार्ट की लम्बाई कम दिखाई देती है l
Finger marks
Blurred images
Dark or light films in visible images
Completely clear film
यह निम्न कारणों से हो सकती है -
- Machine not switched on
- Malfunction of machine-machine सही से काम ना करे |
- Placing film in fixer before developer solution- एक्सरे फिल्म को डेवलपर में डालने से पहले सीधे ही फ़िक्सर में डाल दिया जाये |
- Film not taken / exposed-फिल्म रेडिएशन से एक्सपोज़ ही
Cone cutting
Back scatter or cassette upside down
Double exposure
Static electricity artifacts
Crescent shaped black lines
यह एक्सरे फिल्म पर नाखून के दबाव (fingernail pressure) के कारण बनते है |Reticulation
Undeveloped / clear area on film
- Incomplete immersion of film in developer - linear gray levelsफिल्म पूरी तरह से डेवलपर में ना डूब पाए | यह लगभग एक्सरे फिल्म के ऊपरी किनारो पर एक लाइन के रूप में देखने को मिलता है |
- Films overlapping during processing -प्रोसेसिंग के दौरान एक्सरे फिल्म एक दूसरे पर ओवरलैप हो जाये तो एक दूसरे पर चिपका भाग डेवेलप नहीं हो पाता है |
- Fixer on operators hands- अगर ऑपरेटर के हाथ पर फ़िक्सर लगा हो तो फिल्म का वह भाग जहा फ़िक्सर लगा होगा वह डेवेलप होने से पहले ही सिल्वर हेलाइड हट जाता है तथा वह फिल्म पर clear finger prints के रूप में दिखाई देता है |
- Cone cutting यह एक्सरे फिल्म पर एक राउंड या स्ट्रैट लाइन के रूप में दिखाई देता है यह तब बनता है जब एक्सरे बीम फिल्म को पूरी तरह से कवर ना करे |
- Film not exposed अगर फिल्म एक्सपोज़ ना हो तो उसे डेवलपर में डालने पर वह एक दम पारदर्शक दिखाई देती है |
Scratched film
Black borders
डार्क रूम मे एक्सरे पैकेट खुले हो तथा एक दौरान इनमे लाइट प्रवेश कर जाये या प्रोसेसिंग के दौरान फिल्म पर लाइट गिर जाये तो उसके बॉर्डर या पूरी फिल्म ब्लैक हो जाती है | .Streaks
- अगर फिल्म हेंगर को सही तरीके से धोया ना जाये तो फिल्म पर डेवलपर या फ़िक्सर एक लाइन के रूप में आर्टिफैक्ट बनाता है |
- Dirty rollers अगर फिल्म के रोलर सही तरीके से साफ न हो तो रोलर आर्टिफैक्ट बनते है |
- Automatic processor में हीटिंग पैड सही तरीके से काम न करे तो स्ट्रीक आर्टिफैक्ट बनते है |
Radiolucent spots
- अगर फिल्म पर डेवलपर की कोई ड्राप गिर जाये तो वह एक डार्क एरिया बन जाता है |
- Powder from the gloves - अगर ग्लव्स से पाउडर फिल्म पर गिर जाये तो एक्सपोज़र के दौरान इंटेन्सीफायिंग स्क्रीन से लाइट फिल्म तक नहीं पहुंच पाती है अतः वह एरिया अंडरएक्सपोज़ रह जाता है |
- Developer chemicals properly dissolve न हो तो भी एक्सरे फिल्म पर radiolucent spot बन जाते है |
Brown film
आटोमेटिक प्रोसेसिंग में भी अगर फ़िक्सर पूरी तरह से काम आ चूका (exhausted fixer solution) हो तो फिल्म पर ब्राउन स्टैन बन जाते है | शुरुवात में रेडिओग्राफ एकदम नार्मल दिखाई देता है |
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