TYPES OF MOBILE X RAY EQUIPMENT
TYPES OF MOBILE X RAY EQUIPMENT
पावर सप्लाई के आधार पर Mobile X Ray Equipment को दो भागो में में बांटा जाता है 1. Capacitor Discharge X ray Unit 2. Battery Powered Mobile Unit.
Capacitors Discharge X Ray Unit
इसमें एक बहुत बड़ा कैपेसिटर होता है, जिसे जब चार्ज किया जाता है, तो यह बहुत ज्यादा आवेश को अपने अंदर स्टोर कर लेता है | यह स्टोर किया गया चार्ज किलो वोल्टेज रेंज का होता है जो कि एक्स-रे एक्स्पोज़र के लिए आवश्यक होता है | यह कैपेसिटर x-ray एक्स्पोज़र के लिए पावर सोर्स का काम करता है| एक्स्पोज़र के समय इसे चार्जिंग सर्किट से डिस्कनेक्ट कर दिया जाता है, तथा x-ray ट्यूब से कनेक्ट कर दिया जाता है ताकि कपैसिटर में जमा चार्ज द्वारा एक्सरे ट्यूब से एक्स्पोज़र लिया जा सके | इस कपैसिटर में जमा चार्ज का एक्स यू ट्यूब से बहने पर हमें आवश्यक mAs मिलता है |
जब चार्ज बटन को दबाया जाता है तो कपैसिटर को हाईटेंशन सोर्स के द्वारा चार्ज किया जाता है, इस समय हाईटेंशन सोर्स कैपेसिटर से G1, G2 की सहायता से जुड़ा होता है | जब आवश्यक kV मिल जाता है तो चार्जिंग ऑटोमेटिकली बंद हो जाती है |
इसमें एक लैंप फुल चार्ज कंडीशन को इंडिकेट करता है | चार्जिंग स्टॉप होने के बाद जब एक्स्पोज़र बटन को दबाए जाता है, तो कपैसिटर एक्सरे ट्यूब से x1 तथा X2 की सहायता से कनेक्ट हो जाता है | तथा यह चार्ज एक्सरे ट्यूब पर डिस्चार्ज होता जाता है और हमें एक्सरे एक्सपोजर प्राप्त होता है |
X Ray Tube
इसमें रोटेटिंग एनोड टाइप की एक्सरे ट्यूब होती है, जिसमें एक सिंगल फोकल स्पॉट होता है जिसकी साइज 1.2 mm होती है | इसकी हिट स्टोरेज कैपेसिटी 80000 H.U. होती है | यह ग्रिड कंट्रोल्ड एक्सरे ट्यूब होती है जिसके लिए एक फोकसिंग कप लगा होता है | जिसके द्वारा एक्सपोज़र को स्टार्ट तथा एन्ड करते है |
Control Unit
एक आटोमेटिक चार्जिंग सर्किट होता है जो कपैसिटर को चार्ज करता है | इसकी kV रेंज 30 kV से 125 kV तक होती है | इसमें mA तथा sec को अलग अलग चेंज नहीं किया जाता है, बल्कि mAs को चेंज किया जाता है, इसके लिए mA को फिक्स रखा जाता है तथा टाइम को चेंज किया जाता है | इस तरह एक्सपोज़र टाइम मैन वेरिएबल बन जाता है जिसे चेंज करके mAs चेंज किया जा सकता है | इसमें mAs चेंज 15 चरणों में होता है जो 2 mAs से 60 mAs होता है |
Advantage
यह कम भारी (less bulky) होती है तथा आसानी से कंट्रोल होने वाली होती है | इसके लिए पावर की किसी स्पेशल इंस्टॉलेशन की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि पावर सिर्फ कपैसिटर को चार्ज करने के ही काम आता है | x-ray ट्यूब के किनारों पर वोल्टेज का पैटर्न लगभग यूनिफॉर्म आता है पलसेट्टिंग नहीं होता है |
इसका एसी मेंस की सप्लाई से कोई रिलेशन नहीं होता है क्योकि एक्सपोज़र के दौरान DC करंट प्राप्त होता है | ग्रिड कंट्रोलर के उपयोग से शॉर्टर एक्स्पोज़र टाइम प्राप्त किया जा सकता है |
Limitations
लिमिटेड mAs आउटपुट प्राप्त होता है |
उसकी मैक्सिमम आउटपुट रेंज 30-50 mAs होती है इसलिए हेवी बॉडी पार्ट की रेडियोग्राफी के लिए इसे यूज में नहीं लिया जा सकता है,जैसे की स्पाइन तथाएब्डोमेन रेडियोग्राफी |
Battery Powered Mobile Unit
मोबाइल x-ray यूनिट में दूसरा भाग बैटरी पॉवर्ड मोबाइल यूनिट होता है | इसे cord less mobile unit भी कहते हैं | इसमें Ni-Cd बैटरीज का उपयोग किया जाता है | इसमें Ni-Cd बैटरी को एक्सपोजर के लिए एनर्जी सोर्स के रूप में उपयोग में लाया जाता है | पावर सप्लाई बैटरी को चार्ज करती है तथा बैटरी कम वोल्टेज की डीसी सप्लाई उत्पन्न करती है | इसे Constant Potential generator (CPG) भी कहते है |
Advantage
इसमें एक्सपोज़र के लिए 10000 mAs तक की एनर्जी स्टोर की जा सकती है |
इसमें एक्स्पोज़र पावर सप्लाई से स्वतंत्र होता है |
इसमें नियत आउटपुट मिलता है | अथार्थ पूरे एक्स्पोज़र के दौरान के kV तथा mAs कांस्टेंट रहते हैं |
इसे इमरजेंसी पावर फैलियर के दौरान उपयोग में लाया जा सकता है |
Disadvantage
एक्सपोज़र के लिए बैटरी का चार्ज होना जरुरी होता है |
बैटरी को रेगुलरली मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती है |
बहुत बड़ी बैटरी उपयोग में आने के कारण इसकी साइज भी बहुत ज्यादा होती है |
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