FULL WAVE RECTIFIER
FULL WAVE RECTIFIER
वह device होती हैं, जो इलेक्ट्रिकल करंट को एक दिशा मे प्रवाहित होने देती हैं दूसरी दिशा में नहीं | X ray circuit में rectifier को एक्सरे ट्यूब के श्रेणी क्रम में लगाया जाता हैं | एक्सरे ट्यूब में rectifier से एकसमान दिशा में धारा बहती हैं |
पहले Vacuum Tube को Rectifier के रूप में काम में लिया जाता हैं लेकिन अब Solid State Rectifier काम में लिया जाता हैं, ये छोटे, विश्वनीय होते हैं तथा इनकी आयु भी अधिक होती हैं | सेलेनियम (Se) पहला ऐसा पदार्थ हैं जिसे Rectifier के रूप में काम में लिया गया था | आजकल अधिकांश जनरेटर में सेलेनियम रेक्टिफायर ही काम में लिए जाते हैं |
Full Wave Rectifier यह इलेक्ट्रिकल करंट के पोटेंशियल को उपयोग में लाता हैं | इसमें Alternate Current (AC) के दोनों हाफ एक्सरे प्रोडक्शन के काम में लिया जाता हैं | जिससे एक्सरे आउटपुट एकांक समय में दुगुना हो जाता हैं | Circuit के सिरों पर वोल्टेज, स्टेप अप ट्रांसफार्मर के द्वारा आरोपित किया जाता हैं |
अगर स्टेप अप ट्रांसफार्मर की A-Side, B की अपेक्षा ऋणात्मक विभव पर होती तो इलेक्ट्रान A से R1 के जरिये Xray Tube की और बहेंगे तथा R2 Rectifier से B की और वापस आएंगे | इलेक्ट्रान A से R4 रेक्टिफायर के जरिये टारगेट (Anode) तक नहीं जा सकते हैं, क्योंकि यह इलेक्ट्रान के लिए Reverse Bias पर होता हैं | अगले हाफ साइकिल में ट्रांसफार्मर की Side-B ऋणात्मक विभव पर आ जाती हैं तथा Side-A धनात्मक विभव पर | अब इलेक्ट्रान B से रेक्टिफायर R3 के जरिये एक्सरे ट्यूब के फिलामेंट तक पहुंचते हैं तथा रेक्टिफायर R4 के जरिये ट्रांसफार्मर की A Side तक आते हैं |
इस तरह ट्रांसफार्मर से आयी AC को चार रेक्टिफायर, Pulsating Direct Current के रूप में एक्सरे ट्यूब तक ले जाते हैं | एक्सरे ट्यूब के सिरों पर वोल्टेज में अभी भी जीरो से अधिकतम के बीच उतार चढ़ाव होता रहता हैं | इस समय एक्सरे का अधिकतम उत्पादन बीच के हाई वोल्टेज वाले भाग से होता हैं | एकसमान एक्सरे उत्पादन के लिए थ्री फेज जनरेटर काम में लिए जाते हैं |
पहले Vacuum Tube को Rectifier के रूप में काम में लिया जाता हैं लेकिन अब Solid State Rectifier काम में लिया जाता हैं, ये छोटे, विश्वनीय होते हैं तथा इनकी आयु भी अधिक होती हैं | सेलेनियम (Se) पहला ऐसा पदार्थ हैं जिसे Rectifier के रूप में काम में लिया गया था | आजकल अधिकांश जनरेटर में सेलेनियम रेक्टिफायर ही काम में लिए जाते हैं |
Full Wave Rectifier
यह इलेक्ट्रिकल करंट के पोटेंशियल को उपयोग में लाता हैं | इसमें Alternate Current (AC) के दोनों हाफ एक्सरे प्रोडक्शन के काम में लिया जाता हैं | जिससे एक्सरे आउटपुट एकांक समय में दुगुना हो जाता हैं | Circuit के सिरों पर वोल्टेज, स्टेप अप ट्रांसफार्मर के द्वारा आरोपित किया जाता हैं |
अगर स्टेप अप ट्रांसफार्मर की A-Side, B की अपेक्षा ऋणात्मक विभव पर होती तो इलेक्ट्रान A से R1 के जरिये Xray Tube की और बहेंगे तथा R2 Rectifier से B की और वापस आएंगे | इलेक्ट्रान A से R4 रेक्टिफायर के जरिये टारगेट (Anode) तक नहीं जा सकते हैं, क्योंकि यह इलेक्ट्रान के लिए Reverse Bias पर होता हैं | अगले हाफ साइकिल में ट्रांसफार्मर की Side-B ऋणात्मक विभव पर आ जाती हैं तथा Side-A धनात्मक विभव पर | अब इलेक्ट्रान B से रेक्टिफायर R3 के जरिये एक्सरे ट्यूब के फिलामेंट तक पहुंचते हैं तथा रेक्टिफायर R4 के जरिये ट्रांसफार्मर की A Side तक आते हैं |
इस तरह ट्रांसफार्मर से आयी AC को चार रेक्टिफायर, Pulsating Direct Current के रूप में एक्सरे ट्यूब तक ले जाते हैं | एक्सरे ट्यूब के सिरों पर वोल्टेज में अभी भी जीरो से अधिकतम के बीच उतार चढ़ाव होता रहता हैं | इस समय एक्सरे का अधिकतम उत्पादन बीच के हाई वोल्टेज वाले भाग से होता हैं | एकसमान एक्सरे उत्पादन के लिए थ्री फेज जनरेटर काम में लिए जाते हैं |
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