INTRODUCTION OF ABDOMIN
ABDOMINAL RADIOGRAPHY
एब्डोमिनल रेडिओग्राफ, एक्यूट एब्डोमिनल पथोलोजिज़ में एक महत्वपूर्ण पहली पंक्ति की जांच है। इसकी व्याख्या करना मुश्किल होता है | इसके लिए हाई क्वालिटी की इमेजिंग आवश्यक होती है लेकिन यह हाई क्वालिटी रेडियोग्राफ प्राप्त करना मुश्किल होता है क्योकि इस समय पेशेंट के बहुत एब्डोमिनल पैन हो रहा होता है तथा वह कोऑपरेट करने में भी सक्षम नहीं होता है | कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) इमेजिंग के आगमन से पहले, यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल पैथोलॉजी की जांच का एक प्राथमिक साधन था |
Indication
हालांकि एब्डोमिनल रेडियोग्राफी में एब्डोमेन की CT Scan की तुलना में संवेदनशीलता और विशिष्टता कम होती है, फिर भी यह एक सहायक या वैकल्पिक परीक्षण के रूप में भूमिका निभाती है। एब्डोमिनल रेडियोग्राफी वर्तमान में निम्न के परिस्थितयों में की जाती है -
ABDOMINAL POSITIONING |
- आंत के ऑब्स्ट्रक्शन को देखने को | (Bowel Obstruction)
- Gastric or Intestinal perforation.
- Renal pathology.
- रीनल कॅल्क्युली की मॉनिटरिंग में
- एक्यूट एब्डोमेन के लिए
- फॉरेन बॉडी लोकलाइजेशन के लिए
- टॉक्सिक मेगाकोलोन (Toxic megacolon)
- Aortic aneurism
- Prior to introduction of contrast media e.g. IVP के लिए IV कंट्रास्ट मीडिया लगाने से पहले रेडियोओपेक रीनल कॅल्क्युली या गाल स्टोन को देखने के लिए किया जाता है साथ ही इस से पेशेंट की प्रिपरेशन भी देखी जाती है |
- To detect calcification or abnormal gas collection, e.g. abscess.
Contraindications
KUB X RAY |
- प्रेग्नन्सी के दौरान एब्डोमिनल रेडियोग्राफ नहीं किये जाते है क्योकि इसमें आयोनाइजिंग रेडिएशन का उपयोग होता है |
Projections
Standard Projections
- AP supine view (KUB)- इसे स्टैण्डर्ड प्रोजेक्शन या एक्यूट एब्डोमेन सीरीज के रूप में किया जाता है |
- PA erect view (Flat Plate Abdomen)- इसे supine view के साथ में किया जाता है | इन दोनों व्यू को साथ लेने पर ये एयर-फ्लूइड लेवल तथा एब्डोमिनल कैविटी में फ्री एयर को बताते है |
Additional Projections
साधारणतया प्लेन रेडियोग्राफी में AP supine view तथा PA erect view लिए जाते है, लेकिन इनके साथ ही निम्न सप्लीमेंट्री व्यू भी किये जा सकते है -- Lateral decubitus view-एब्डोमिनल कैविटी में मुक्त गैस के आकलन के लिए PA erect view के विकल्प के रूप में किया जाता है |
- lateral view- यह व्यू फॉरेन बॉडी के आइडेंटिफिकेशन तथा लोकेलाइजेशन के लिए किया जाता है |
- Dorsal decubitus view- जब PA erect view तथा lateral decubitus view करना पेशेंट के लिए सुरक्षित न हो तब यह व्यू किया जाता है, इसमें पेशेंट मूवमेंट नहीं होती है |
- oblique view- यह बेरियम स्टडीज तथा फॉरेन बॉडी के लोकेलाइजेशन के लिए किया जाता है |
- pa prone view
Procedure
Preparation
- पेशेंट को मिनिमम क्लोथिंग दी जाती है इसके लिए हॉस्पिटल गाउन पहनाया जाता है | रेडियोओपेक मैटेरियल जैसे ज़िपर, बेल्ट आदि हटा दिए जाते है | पेशेंट के यूरिनरी ब्लैडर को खाली कर दिया जाता है |
Technique
एब्डोमिनल रेडिओग्राफ, रेडियोलॉजी विभाग में किये जा सकते हैं या इन्हे पोर्टेबल मशीन के द्वारा कही भी किये जा सकते है | रेडियोग्राफ में आम तौर पर या तो डायाफ्राम या प्युबिस सिम्फाइसिस का रेमस शामिल होना चाहिए। पुरुषों के लिए गोनाडल शील्ड लगाया जा सकता है।
kVp
अलग अलग व्यू के लिए kVp को चेंज किया जाता है, जैसे low kVp से टिश्यू कंट्रास्ट बढ़िया आता है लकिन बीम पेनेट्रेशन काम प्राप्त होता है | रेडियोओपेक वस्तुओ को देखने के लिए high kVp काम में लिया जाता है |
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